बाल दिवस निमित्त अकोला निमा व विमेन्स फोरम ने आज *Earliest diagnosis and treatment of children with hearing impairment* इस विषय पर सीएमई आयोजित की .मनुष्य जन्म लेता है, लेकिन कभी कभी बचपन से ही कुछ जन्मजात व्याधी साथ आ जाती है, इनमे से एक है मूक बधिरता ।
आज 30.11.22 को अकोला में इसे ही ध्यान मे रखते हुए एकविरा संस्था व निमा व विमेन्स फोरम इनके संयुक्त विद्यमाने *Earliest diagnosis and treatment of children with hearing impairment* इस विषय पर, डॉक्टर मोनिका तडस ऑडिओ लॉजिस्ट, ने अपने सखोल अभ्यास द्वारे मूकबधिर बच्चो व उनके पेरेंट्स व निमा व वुमन्स फोरम के करीब 50-60 डॉक्टर्स को बताया की, बच्चे के जन्म के एक से तीन महिने के कालावधी मी ही जल्दी से अगर निदान हुआ तो इस समस्या से काफी बच्चे बच सकेंगे, इस विषय पर सविस्तर भाषण दिया.
अकोला में एकविरा संस्था इकलौती ऐसी संस्था है जिसमे मूक बधिर बच्चो का इलाज व पोषण किया जाता है ,आज निमा व विमेन्स फोरम ने एकवीरा संस्था के साथ जुडकर इन बच्चो की शक्ती बढाई है निमा व वुमन्स फोरमने ही संस्था के लिए काम करने का वायदा किया.
अंत मे दो ,पाच छे साल के बच्चों ने अथर्वशीर्ष सादर किया.